चैत्र पूर्णिमा की क्रिया व आयम्बिल व उपवास



सीधी-सट्ट 






🐯 







  












 सूचना-संसार 



 *पाठकों और सोशल मीडिया का आभार* 


 *Please Like & Subscribe Blog* 



 *हम राजस्थानी भाषा में भी सूचनाएं - समाचार आप तक पहुंचाने का प्रयास करते हैं* 



 ✍🏻 
चैत्र पूर्णिमा की क्रिया व आयम्बिल व उपवास

बीकानेर, 16 अप्रेल। जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ की वरिष्ठ साध्वी प्रवर्तिनी, सज्जनमणि शशि प्रभाजी म.सा. के सान्निध्य में शनिवार को चैत्र पूर्णिमा व नवपद ओली का समापन पर 108 श्रावक-श्राविकाएं उपवास तथा आयम्बिल की तपस्या की।
रांगड़ी चैक के सुगनजी महाराज के उपासरे में शनिवार को साध्वीश्री शशि प्रभा ने प्रवचन में कहा कि शुभ विचार व भाव से की गई पूजा, अर्चना, जप, तप सभी सार्थक होते है। व्यक्ति को हर परिस्थिति में सकारात्मक सोचना चाहिए। नकारात्मक सोच से नहीं चाहते हुए अनवांछित घटनाएं हो जाती है। वहीं सकारात्मक सोच से अनेक समस्याएं हल हो जाती है व बिगड़ी बात भी बन जाती है। उन्होंने चैत्र पूर्णिमा के उपवास, आयम्बिल तप करने व गुरु इकतीसा का पाठ श्रद्धा-भक्ति से करने से धर्म,अर्थ, काम व मोक्ष की प्राप्ति होती है।
नाल दादाबाड़ी में गुरु इकतीसा सोमवार को
साध्वीश्री शशि प्रभाजी म.सा. के सान्निध्य में सोमवार को नाल दादाबाड़ी में गुरु इक्तीसा का सामूहिक पाठ होगा। साध्वीजी स्वयं सुबह साढ़े पांच बजे ढढ्ढों के चैक के इंद्रलोक से पैदल प्रस्थान कर नाल पहुंचेगी। नाल में सुबह छह बजे गुरु इक्तीसा का पाठ शुरू होगा। पाठ का लाभ कन्हैयालालजी, महावीरजी नाहटा व नमन नाहटा परिवार ने लिया है। पाठ में शामिल होने वाले श्रावक-श्राविकाओं के लिए बस की व्यवस्था सुबह पांच बजे पुरानी जेल रोड स्थल से की गई है।  
चैत्र पूर्णिमा की क्रिया व आयम्बिल व उपवास 
बीकानेर, 16 अप्रेल। जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ की वरिष्ठ साध्वी प्रवर्तिनी, सज्जनमणि शशि प्रभाजी म.सा. के सान्निध्य में शनिवार को चैत्र पूर्णिमा व नवपद ओली का समापन पर 108 श्रावक-श्राविकाएं उपवास तथा आयम्बिल की तपस्या की।
रांगड़ी चैक के सुगनजी महाराज के उपासरे में शनिवार को साध्वीश्री शशि प्रभा ने प्रवचन में कहा कि शुभ विचार व भाव से की गई पूजा, अर्चना, जप, तप सभी सार्थक होते है। व्यक्ति को हर परिस्थिति में सकारात्मक सोचना चाहिए। नकारात्मक सोच से नहीं चाहते हुए अनवांछित घटनाएं हो जाती है। वहीं सकारात्मक सोच से अनेक समस्याएं हल हो जाती है व बिगड़ी बात भी बन जाती है। उन्होंने चैत्र पूर्णिमा के उपवास, आयम्बिल तप करने व गुरु इकतीसा का पाठ श्रद्धा-भक्ति से करने से धर्म,अर्थ, काम व मोक्ष की प्राप्ति होती है।
नाल दादाबाड़ी में गुरु इकतीसा सोमवार को
साध्वीश्री शशि प्रभाजी म.सा. के सान्निध्य में सोमवार को नाल दादाबाड़ी में गुरु इक्तीसा का सामूहिक पाठ होगा। साध्वीजी स्वयं सुबह साढ़े पांच बजे ढढ्ढों के चैक के इंद्रलोक से पैदल प्रस्थान कर नाल पहुंचेगी। नाल में सुबह छह बजे गुरु इक्तीसा का पाठ शुरू होगा। पाठ का लाभ कन्हैयालालजी, महावीरजी नाहटा व नमन नाहटा परिवार ने लिया है। पाठ में शामिल होने वाले श्रावक-श्राविकाओं के लिए बस की व्यवस्था सुबह पांच बजे पुरानी जेल रोड स्थल से की गई है।  नुमानजी के प्राकृट्य दिवस पर सचेतन झांकियों के साथ सुन्दरकांड

https://bahubhashi.blogspot.com/2022/04/blog-post_847.html

 🙏




CP MEDIA 


Post a Comment

0 Comments